“अन्य व्यक्तियों से हम तात्विक रूप से भिन्न हैं | यदि आप कुछ जीतना चाहते हैं, सौ मीटर दौड़ें | यदि आप कुछ अनुभव करना चाहते हैं, मैराथन दौड़ें “_ एमिल जाटोपेक
वाई 9 || 2016 – अर्ध-मैराथन (हाफ-मैराथन) 21 कि मी
उड़ान एक विचार है, जो कि वर्ष 2008 में अवधारित हुआ था, इसका उद्देश्य समाज के लिए बदले में कुछ करने की भावना तथा समाज में सार्थक अंतर लाना था| प्रत्येक वर्ष हम अहम सामाजिक हितों के साथ जुड़कर जनता में सकारात्मक परिवर्तन और जागरूकता लाने का प्रयास करते हैं | विगत वर्षों में हमने हमारी पृथ्वी को हरा-भरा रखने, शिक्षा के प्रसार, वृद्ध नागरिकों की देखभाल, बेघरों हेतु आवास का समर्थन तथा बलात्कार और लिंग-भेद के खिलाफ जैसे विषयों पर मुहिम छेड़ी और हमारे प्रतिनिधित्व को जनता का भी अभूतपूर्व समर्थन मिला | इन गतिविधियों के दूरगामी प्रभाव परिलक्षित होंगे |
इस उल्लेखनीय विरासत का अनुकरण करते हुए तेजी से बदलती हुई हमारी जीवन-शैली स्मार्ट फोन, एप्स और फिटनेस उपकरणों से लेकर मंगल ग्रह तक पहुँचने की हमारी क्षमता और ऑनलाइन सामाजिक गतिविधियों के साथ इस वर्ष भी आईआईएम इंदौर उड़ान ‘2016’ का आयोजन कर रहा है | अभी हम तथा कथित ‘सक्षम’ लोगों के सशक्तिकरण की दिशा में तेजी से बढ रहे हैं, यही उचित समय है कि ‘दिव्यांगों’ के अल्पसंख्यक समूह के जीवन को बेहतर बनाने के लिए तकनीकों का प्रयोग करें |
दुनिया की आबादी का लगभग 10% हिस्सा विकलांग है और इसमें से 80% लोगों के विकासशील देशों में रहने का अनुमान है । विशेष रूप से भारत में, 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या का 2.2% भाग अर्थात करीब 26 लाख लोग इस श्रेणी में आते हैं।
जैसा कि हमें बोध हो रहा है कि हमारे जीवन और आस पास के परिवेश में कम समय में ज्यादा परिवर्तन घटित हो रहे हैं, जैसे कि आधारिक संरचना, एक बटन के क्लिक पर ही आराम तथा सुविधा अतः वक्त की मांग है कि हमारे मित्रों, रिश्तेदारों और हमारे आसपास हर उस दिव्यांग व्यक्ति की मदद करने के लिए हम आगे आयें ताकि पारिस्थितिकी सुविधा के अनुसार वे भी एक बेहतर जीवन जी सकें | उड़ान 2016 उत्सव का आयोजन भी अपने दिव्यांग मित्रों के लिए एक समाज के गठन और इसमें योगदान को लेकर किया जा रहा है, एक ऐसा संसार जो कि दिव्यांगों की आवश्यकताओं के प्रति न केवल संवेदनशील हो बल्कि उन्हें अपने बराबर समझे | उनके इस जज़बे को सलाम करते हुए वर्ष 2016 की उड़ान को 11 किलोमीटर से बढ़ाकर हाफ-मैराथन (21 किलोमीटर) कर दिया गया है |
उड़ान 2016 के सभी प्रमुख प्रायोजकों के प्रति हम हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं :