आईआईएम इंदौर में 6 नवंबर, 2017 को आधुनिक रूप से पुनर्निर्मित मैस-2 का उदघाटन किया गया। इस मेस में 6 नए स्टाल्स की भी स्थापना की गयी, जिनके साथ ही कैंपस में 'कैशलेस- पेमेंट्स' की शुरुआत हो गयी। संस्थान के छात्रों द्वारा प्रबंधित इस मेस का उदघाटन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर ऋषिकेश टी. कृष्णन, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कर्नल गुरुराज गोपीनाथ पामिडी (सेवानिवृत) और प्रोफेसर मनोज मोतियानी द्वारा किया गया।
मेस-2 आईआईएम इंदौर के स्टूडेंट्स एक्टिविटी कौंसिल के इंफ्रास्ट्रक्चर कमिटी द्वारा प्रबंधित है। छात्रों की पसंद के अनुसार सजाया और बनाया गया, खूबसूरत रंगों से सजे इस मेस में 6 नए स्टाल हैं, जिनमे डॉक्टर डोनट्स, चैंप्स- स्नैक हाउस, कॉफी कप, चिक-एन-सर्व, पास्ता एंड मोर और जी-स्क्वायर के सभी व्यंजन स्वादिष्ट हैं। इन्हीं स्टाल्स की शुरुआत से कैंपस में ओनस कार्ड से कैशलेस पेमेंट की भी शुरुआत हो गयी है। ये कार्ड स्टूडेंट के आईडी कार्ड के सामान है, जिन्हें ई-वॉलेट के रूप में आउटलेट पर स्वाइप किया जा सकता है और इसी से भुगतान किया जा सकता है। ओनस कार्ड के माध्यम से भुगतान इन सरल चरणों में किया जा सकता है: आईआईएम इंदौर कॉलेज आईडी से जुड़े वॉलेट में पैसे जोड़ें, भुगतान करते समय डिवाइस पर कार्ड स्कैन करें, उत्पाद का कोड डालें और भुगतान करने के लिए सुरक्षा पिन दर्ज करें।
नया कैशलेस मोड सभी विद्यार्थियों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक भुगतान समाधान प्रदान करता है, जिसमें हर समय नकदी रखने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। इसके अलावा, यह खुल्ले पैसे की कमी की समस्या को भी हटाता है। परिसर में अधिकांश आउटलेट पहले से ही पे-टीएम के साथ कैशलेस भुगतान हो रहा है। डिजिटल भुगतान के लिए ओनस कार्ड का इस्तेमाल एक प्रमुख कदम है।
ओनस कार्ड से हुए ट्रांसक्शन की पहचान तब की जाती है जब जारीकर्ता और अधिग्रहणकर्ता बैंक समान होते हैं, यानी अधिग्रहणकर्ता बैंक और जारीकर्ता बैंक एक है और लेनदेन के लिए प्राधिकरण / धन प्राप्त करने के लिए कार्ड नेटवर्क पर जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। ओनस कार्ड ओनस पेमेंट सिस्टम्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का एक उद्यम है जो यस बैंक के बैंकिंग समर्थन से संभव है।