'संकाय विकास कार्यक्रम' (एफडीपी) के नौवें संस्करण का समापन 30 मई 2017 को आईआईएम इंदौर में हुआ | पांच सप्ताह के इस कार्यक्रम का उद्घाटन 24 अप्रैल 2017 को आईआईएम इंदौर में हुआ था | इस कार्यक्रम के लिए कुल 50 प्रतिभागियों द्वारा पंजीकरण कराया गया था |
विदाई समारोह का आयोजन प्रोफ़ेसर ऋषिकेश टी कृष्णन, निदेशक आई आई एम इंदौर, प्रोफ़ेसर दिब्याद्युती रॉय, समन्वयक एवं संकाय, आई आई एम इंदौर एवं प्रोफ़ेसर कमल के जैन, संकायाध्यक्ष (अकादमिक) आई आई एम इंदौर की उपस्थिति में संपन्न हुआ |
प्रोफ़ेसर रॉय ने सभी प्रतिभागियो का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक शानदार अनुभव रहा, जहां विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापक (संकाय) एक साथ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए |
प्रोफ़ेसर कृष्णन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम की लर्निंग को सकारात्मक रूप से उपयोग करनी चाहिए और शिक्षा पैटर्न में सुधार हेतु प्रबंध योजना बनाने की चुनौती को स्वीकारना चाहिए | उन्होंने कहा कि “ इस कार्यक्रम की में हासिल की गई शिक्षा द्वारा शिक्षा के क्षेत्र व समाज में अपना योगदान देकर ही सही अर्थों में आप इसे अधिक प्रभावी एवं सार्थक बना सकते हैं |”
प्रोफ़ेसर जैन ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कार्यक्रम की सीख पर ध्यान केन्द्रित करने की सलाह दी | उन्होंने उल्लेख किया कि लोग सीखना तो चाहते हैं पर वे किसी के द्वारा पढ़ना नहीं चाहते | यह चुनौती प्रत्येक शिक्षक के सामने है कि जिस तरीके से छात्र सीखना चाहते हैं उन्हें सिखाया जाए, किन्तु वह यह अनुभूति न करे कि उसे पढ़ाया जा रहा है |
इसके उपरांत निदेशक द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण किया गया |
भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर में एफ डी पी का उद्देश्य प्रबंध शिक्षकों, शोधकर्ताओं और व्यवसायियों (प्रक्टीशनरों) का व्यावसायिक विकास करना है | इस कार्यक्रम के द्वारा प्रतिभागियों को केस के बारे में एवं शिक्षण कौशल विकास, शोध क्रियाविधि. शोध कौशल विकास एवं प्रबंधन के दृष्टिकोण के बारे में सीखने का अवसर प्रदान करता है |