ई पी जी पी आइकॉन सी एक्स ओ अतिथि भाषण श्रृंखला के एक हिस्से के रूप में ‘डिफाइन योर ब्रैंड ऑर समवन एल्स विल’ विषय पर सुश्री डेलना अवरी, पूर्व हेड मार्केटिंग कम्युनिकेशन एंड सर्विसेज़, टाटा मोटर्स द्वारा 03 जुलाई 2017 को विचार प्रस्तुत किए गए | उन की वार्ता ब्रैंड के निर्माण और उसकी धारणीयता के इर्द गिर्द केन्द्रित रही | सुश्री अवरी ने टाटा मोटर्स द्वारा लिए गए बहुत से रणनीतिक निर्णयों के उदाहरण प्रस्तुत किए |
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक बड़े उत्पाद की नक़ल बनाई जा सकती है , किन्तु एक ब्रैंड की नकल करना बेहद मुश्किल है। उन्होंने उल्लेख किया कि ब्रैंड का निर्माण अचेतन द्वारा अमूर्त रूप से किया जाता है | छात्रों को उन्होंने बताया कि रणनीति के माध्यम से टाटा मोटर्स द्वारा अपने उत्पाद के पोर्टफोलियो में आए अंतराल (गैप) को कैसे पूरा किया एवं एक समर्पित मार्केटिंग टीम का निर्माण भी किया गया ।
‘अपने ग्राहकों की मानसिकता को समझते हुए ...अपनी राय को बाहर छोड़ें ‘ सुश्री अवरी ने श्रोताओं से आग्रह करते हुए कहा कि पता लगाएं कि वास्तव में ग्राहकों के लिए क्या महत्वपूर्ण है, उन्होंने बताया कि लिओनेल मेसी के समर्थन से टिआगो के साथ उनका अभियान बेहद सफल रहा | यह निर्णय उत्साहित श्रोताओं को समझाते हुए उन्होंने कहा कि –“ पहला शब्द जो लिओनेल मेसी ने बोला वह नमस्ते था, एवं उन्होंने अंग्रेजी में कोई भी शब्द नहीं बोले जिसके द्वारा सभी की झिझक दूर हो गई | सुश्री अवरी ने कहा कि मेसी युवाओं के रोल मॉडल हैं और इस जनसांख्यिकीय भूभाग के ऑटोमोबाइल की खरीदी के अधिकतर निर्णय इस तरह से प्रभावित होते हैं और टिआगो का विक्रय रेट एक नई ऊंचाई पर पहुँच गया | यह अभियान एक शानदार ब्रैंड एम्बेसडर के चयन का ही उदारहण नहीं परन्तु ब्रांडिंग गतिविधियों में आभासी वास्तविकता की भागीदारी एवं प्रौद्यौगिकी के महत्व का भी है | अपने अभियान की सफलता को मापने के लिए सही मैट्रिक्स का उपलब्ध होना, बड़े डाटा पर काम करना और सी एम ओ एवं सी टी ओ की भूमिकाओं को मात्र एक चीफ मार्केटिंग टेक्नोलॉजिस्ट में शामिल किए जाना उन्होंने वक्त की जरूरत बताया | वार्ता के दौरान सभाकक्ष पूरी तरह से भरा था एवं इस अतिथि वार्ता का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ किया गया |