आईआईएम इंदौर के औद्योगिक अंतराफलक प्रकोष्ठ ( इंडस्ट्री इंटरफ़ेस सेल) द्वारा ‘नवीन उत्पाद विकास की सफलता’ विषय पर दिनांक 13 मई 2017 को वार्ता संचालित की गई | प्रोफ़ेसर अभिषेक मिश्रा, संकाय आईआईएम इंदौर इस वार्ता के वक्ता थे |
प्रोफ़ेसर मिश्रा ने अपनी वार्ता का आरम्भ समय के साथ तेजी से बदल रही ग्राहक आवश्यकताओं के उल्लेख के साथ किया | उन्होंने कहा कि ‘विश्व में एक ही वस्तु स्थिर रहती है और वह है - परिवर्तन | इस परिवर्तनशील परिदृश्य में ग्राहक की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के मद्देनज़र बिना परिवर्तन किये उन्हीं उत्पादों के साथ कोई भी व्यापार लगातार जारी नहीं रखा जा सकता है | वास्तव में, कई कंपनियों को मौजूदा उत्पादों के उपयोग कर रहे मौजूदा ग्राहकों एवं नए विकसित उत्पाद के लिए नए ग्राहकों को आकर्षित करने के बीच एक उचित नाजुक संतुलन (फाइन डेलीकेट बेलेंस) बनाए रखना बहुत मुश्किल होता है ।'
किसी भी कंपनी के लिए नवीन उत्पाद का विकास करना या नियमित उत्पाद का मूल्य-वर्धित सुविधा द्वारा उन्नयन करना कोई आसान काम नहीं है, सच्चाई तो यह है कि बहुत से नए उत्पाद बाज़ार में अक्सर फेल हो जाते हैं और इसके दूरगामी परिणाम संगठनों पर पड़ते हैं | ऐसा नहीं है कि छोटे स्टार्ट-अप के उत्पाद ही फेल होते हैं, वरन बड़े कॉर्पोरेट के उत्पाद जिनके पीछे बड़े बजट के साथ प्रगतिशील प्रबंधन भी होता है उन्हें भी बाज़ार में अस्वीकार कर दिया जाता है | परन्तु असफलता के जोखिम के बावजूद भी कोई फर्म नए उत्पाद विकास को नज़रअंदाज नहीं कर सकती है | इस प्रकार यह स्पष्ट है कि नए उत्पाद किसी भी कंपनी के लिए जीवन रक्त का कार्य करती है | प्रोफ़ेसर मिश्रा ने कहा |
आज इस पाई का बड़ा हिस्सा जीतने के लिए कंपनियाँ एन पी डी की प्रक्रिया में बड़ा निवेश कर रही हैं इसके साथ ही मार्केटिंग, सेल्स एवं आर एंड डी प्रकार्यों से मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्राप्त कर रहीं हैं, ताकि नवीन उत्पादों को बेहतर तरीके से विकसित किया जा सके |
इसके बाद प्रोफेसर मिश्रा ने चर्चा की कि कैसे नवाचार (इनोवेशन) कंपनी की दक्षता को अधिकतम कर सकता है। ग्राहकों के साथ मूल्य के विषय में कैसे संवाद किया जाए एवं नए उत्पाद विकास की प्रक्रिया से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने और सीखने पर उन्होंने प्रकाश डाला। फेसबुक और गूगल जैसे बड़े दिग्गजों के विभिन्न कार्य मॉड्यूल का उल्लेख करते हुए, प्रोफेसर मिश्रा ने बताया कि मौजूदा कारोबारी परिदृश्य में नवाचार की मदद से कैसे परिवर्तन लाया गया।
इस वार्ता में पीथमपुर व देवास क्षेत्र में स्थित टाटा इंटरनेशनल, केस कंस्ट्रक्शन, जयदीप इस्पात, नेशनल स्टील आदि जैसी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस वार्ता के उपरांत प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया।