आईआईएम इंदौर ने 24 अप्रैल, 2019 को 'कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव' के बारे में एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया। दो भागों में आयोजित इस सत्र में छात्रों और प्रशासनिक अधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। इसमें विभिन्न प्रकार के यौन उत्पीड़न और आंतरिक शिकायत समिति को शिकायत कैसे करें, इस बारे में चर्चा की गई। सत्र की मुख्य वक्ता थी सुश्री जॉली प्रिया, जो पॉश में कार्यकारी प्रशिक्षक, ट्रेनर हैं।
कर्नल गुरुराज गोपीनाथ पमिडी (सेवानिवृत्त), मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, आईआईएम इंदौर ने वक्ताओं का स्वागत किया और सत्र के महत्व की जानकारी दी। इसके बाद सुश्री जॉली प्रिया ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रतिभागियों को यौन उत्पीड़न के बारे में, और शिकायतों को सुनने और संबोधित करने और लिंग संबंधी मुद्दों और आंतरिक शिकायत समिति के कामकाज के बारे में जागरूकता फैलाने से संबंधित विभिन्न पहलुओं को समझाया। उन्होंने दो प्रकार के यौन उत्पीड़न के बारे में चर्चा की- क्विड प्रो क्वो और होस्टाइल वर्क एनवायरनमेंट। उन्होंने उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न और लिंग भेदभाव के बीच के मतभेदों को साझा किया।
सत्र का समापन यौन उत्पीड़न को रोकने के तरीके के बारे में सीखने के साथ हुआ, जिसमें साफ़ शब्दों में 'नहीं' बोलना, सामना करना, रिकॉर्ड रखना, वृत्ति पर भरोसा करना और प्रतिष्ठा के बारे में डर नहीं होना जैसे विषय शामिल थे।
सभा ने विशेषज्ञों से कई सवाल किए और सीखा कि कार्यस्थल पर अवांछित परिस्थितियों से कैसे निपटें जो पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यौन उत्पीड़न प्रतीत होती हैं।