भारत सरकार के मानव संसाधन और विकास मंत्रालय (MHRD) ने 11 जून, 2020 को राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क (National Institutional Ranking Framework/NIRF) NIRF 2020 की घोषणा की । भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) ने इस वर्ष 7वीं रैंक प्राप्त की है । नतीजे केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर घोषित किए ।
रैंकिंग के इस पांचवे वर्ष में, रैंक नौ श्रेणियों में जारी हुई हैं- ओवर-ऑल यानि समग्र, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग, कॉलेज, प्रबंधन, फार्मेसी, चिकित्सा, वास्तुकला और कानून । जिन मानकों पर NIRF 2020 आधारित है, वे हैं - टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिसेज, ग्रेजुएशन के परिणाम, आउटरीच और इनक्लूसिविटी और परसेप्शन । आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 3800 से अधिक संस्थानों ने इस वर्ष एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए अपना डेटा जमा किया था ।
प्रोफेसर हिमांशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर ने कहा कि वर्ष 2019-20 आईआईएम इंदौर के लिए उपलब्धियों भरा रहा है । इस वर्ष हमें AMBA, AACSB और EQUIS की मान्यता के साथ ‘ट्रिपल क्राउन’ भी मिल गया है । हम शिक्षाविदों और अनुसंधान के क्षेत्र में सुधार के साथ ही बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं । यह वर्ष नई चीज़ें सीखने, कड़ी मेहनत करने और नवाचार की यात्रा के सामान रहा है । इसका श्रेय पूरे संस्थान, और यहाँ के हर एक सदस्य को जाता है जिसने ऐसा करने के लिए अथक प्रयास किया है । हम आने वाले वर्षों में और भी बेहतर करने का लक्ष्य रखते हैं ।
आईआईएम इंदौर ने 40 से अधिक विदेशी संस्थानों के साथ भी सहयोग किया है, और इन संस्थानों के साथ संकाय और स्टूडेंट एक्सचेंज की योजना बनाई है । प्रोफेसर राय ने कहा कि हम शोध पर भी ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं और हमारे संकाय के शोध पत्र दुनिया भर की शीर्ष पत्रिकाओं में प्रकाशित हो रहे हैं ।
संस्थान का उद्देश्य समाज, शहर, राज्य और राष्ट्र के लिए समग्र रूप से योगदान देना है । इसलिए शोध और प्रबंधन सत्रों के माध्यम से, और यहां तक कि COVID19 महामारी के समय में स्वयं सेवा के माध्यम से भी संस्थान ने विभिन्न पहलों के लिए स्थानीय प्रशासन और सरकार के साथ सहयोग किया है । संस्थान ने गोरखपुर में चार जिलों के उत्थान के लिए, One District One Product योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर एक कार्य योजना तैयार की है और बाजार के विकास और महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने में मदद की है ।
संस्थान राष्ट्र के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देने और आने वाले वर्षों में अनुसंधान के क्षेत्र में अधिक योगदान देने के लिए तत्पर है ।