आईआईएम इंदौर और यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड ने अपने फैकल्टी ऑफ बिजनेस, इकोनॉमिक्स एंड लॉ (बीईएल) के माध्यम से एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य दोनों संबंधित संस्थानों के बीच संबंधों को मजबूत करने और शैक्षणिक कार्यक्रमों और शोध एवं अध्यन को बढ़ावा देना है। एमओयू पर प्रोफेसर हिमांशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर और प्रोफेसर एंड्रयू ग्रिफिथ्स, कार्यकारी डीन, फैकल्टी ऑफ बिजनेस, इकोनॉमिक्स एंड लॉ, द यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड ने 03 दिसंबर, 2019 को हस्ताक्षर किए।
यह एमओयू अकादमिक स्टाफ और छात्रों की गतिशीलता को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के लिए है। इसमें दोनों संस्थानों के छात्र एवं संकाय विभिन्न गतिविधियों जैसे प्रदर्शनियों, व्याख्यान, सम्मेलनों, संगोष्ठियों और कार्यशालाओं जैसी शैक्षणिक गतिविधियों में भाग ले सकेंगे। साथ ही इस ज्ञापन का उद्देश्य दोनों संस्थानों के पारस्परिक लाभ के लिए अनुभवों और विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा; और सामान्य हित के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान की गतिविधियों को बढ़ावा देना और प्रोत्साहित करना भी है। समझौता ज्ञापन अनुसंधान और शैक्षिक डेटा के आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करेगा और संयुक्त कार्यक्रमों को आयोजित करने के अवसरों का भी जरिया बनेगा।
एमओयू के उद्देश्य को साझा करते हुए, प्रोफेसर राय ने कहा कि आईआईएम इंदौर का मिशन सामाजिक रूप से जागरूक प्रबंधकों, नेताओं और उद्यमियों को विकसित करना है। साथ ही संस्थान का उद्देश्य छात्रों और संकाय सदस्यों को वैश्विक संपर्क प्रदान करना भी है। ‘वर्तमान में हमारे पास 16 देशों अर्थात् ग्रीस, न्यूजीलैंड, अमेरिका, इटली, मैक्सिको, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, फिलीपींस, ब्राजील, ऑस्ट्रिया, स्वीडन, ताइवान, लाटविया, फिनलैंड, नेपाल के साथ 35+ सहयोग ज्ञापन पहले से ही हैं। हमने आने वाले वर्षों में विदेशी शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग का विस्तार करने और अनुसंधान और शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने का लक्ष्य रखा है '।
संस्थान क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के साथ सहयोग करने और अनुसंधान और संयुक्त कार्यक्रमों के अवसर तलाशने के लिए तत्पर है।