- मध्य प्रदेश सरकार और आईआईएम इंदौर 3.07 लाख शिक्षकों के लिए करेंगे वीडियो प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित
- मॉड्यूल तनाव प्रबंधन, समय प्रबंधन और आत्म प्रबंधन पर होंगे केंद्रित
स्कूल शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण में प्रशिक्षित करने हेतु मध्य प्रदेश सरकार और आईआईएम इंदौर छह वीडियो-आधारित मॉड्यूल विकसित कर रहे हैं । इन प्रशिक्षण मॉड्यूल का उद्देश्य कक्षा पहली से बारहवीं को पढ़ाने वाले 3.07 लाख शिक्षकों को अपने समय को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने और ऑनलाइन शिक्षण से बढ़ते उनके तनाव के स्तर को नियंत्रित करने में सक्षम बनाना है ।
इन वीडियो मॉड्यूल का शुभारम्भ माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार और आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमाँशु राय द्वारा ऑनलाइन मोड में 01 फरवरी, 2021 को किया गया । इस अवसर पर सुश्री रश्मि अरुण शमी, प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग; श्री धनराजू एस., निदेशक, राज्य शिक्षा केंद्र; सुश्री जयश्री कुमावत, आयुक्त, लोक शिक्षा; और श्री ओ.एल. मंडलोई, अतिरिक्त निदेशक, राज्य शिक्षा केंद्र भी उपस्थित रहे ।
श्री परमार ने कहा कि महामारी ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है और शिक्षा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है । उन्होंने आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, ‘हम स्कूल शिक्षकों के लिए ये वीडियो विकसित करने के लिए आईआईएम इंदौर टीम को धन्यवाद देते हैं, जो यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि महामारी से शिक्षा पर प्रभाव न पड़े । एक शिक्षक की जिम्मेदारी है हर छात्र-छात्र को एक अच्छे नागरिक के रूप में विकसित करना- जो राष्ट्र के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें । इसलिए, एक शिक्षक को स्वयं के प्रबंधन और समय प्रबंधन में कुशल होने; और तनाव मुक्त रहने की आवश्यकता है, ताकि वह छात्र-छात्रों को शिक्षा प्रदान करने और सिखाने में प्रभावी योगदान दे सके ।’ उन्होंने कहा कि ये वीडियो मॉड्यूल सिर्फ शिक्षकों के लिए ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण समाज के लिए फायदेमंद हैं, जिससे व्यक्ति को व्यक्तिगत और व्यावसायिक स्तर पर प्रभावी प्रबंधन कौशल सीखने में मदद मिल सकेगी ।
प्रोफेसर राय ने कहा कि इन शिक्षण मॉड्यूल का उद्देश्य इंटरनेट आधारित उपकरणों का उपयोग करके शिक्षण कौशल विकसित करने में शिक्षकों को सक्षम बनाना है । ‘हमें मध्य प्रदेश सरकार के साथ सहयोग कर प्रसन्न हैं । यह हमारे संस्थान के साथ साझेदारी में मप्र सरकार द्वारा देश में अपनी तरह की पहली पहल है । यह हमारी टीम द्वारा की गयी छह महीने के विस्तृत कार्य की परिणति है, जो 39,000 शिक्षकों के विस्तृत सर्वेक्षण के साथ शुरू हुई थी, ताकि उनकी समस्याओं का पता लगाया जा सके । हमें उम्मीद है कि यह मप्र में सरकारी स्कूल के शिक्षकों के व्यवहार और दक्षता में सकारात्मक बदलाव लाएगा है और अंततः राज्य में स्कूली शिक्षा की समग्र गुणवत्ता पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा ।'
यह उल्लेख करते हुए कि अधिकांश शिक्षक महिलाएँ हैं, सुश्री शमी ने कहा, ‘महिला शिक्षकों को अपने घर के काम, परिवार और शिक्षण का भी प्रबंधन करना आवश्यक होता है । इससे उन्हें तनाव भी हो सकता है, साथ ही कई बार वे समय का प्रबंधन करने में असमर्थ हो सकती हैं - जो उनके शिक्षण को प्रभावित करता है । हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि शिक्षा राष्ट्र के प्रत्येक दूरस्थ क्षेत्र तक पहुंचे; और यह पहल शिक्षकों को उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के बीच संतुलन बनाने में मदद करेगी। '
सुश्री कुमावत ने कहा कि आज शिक्षकों को हर कार्य में दक्ष होने की आवश्यकता है - शिक्षण से लेकर छात्र-छात्राओं और स्वयं के प्रबंधन में भी । ‘हम इन विशेष वीडियो मॉड्यूल को विकसित करने के लिए आईआईएम इंदौर के आभारी हैं जो दूरस्थ क्षेत्रों में भी एक शिक्षक की क्षमताओं को बढ़ाएंगे और उन्हें प्रबंधन कौशल हासिल करने में मदद करेंगे’, उन्होंने कहा ।
प्रोफेसर राय के नेतृत्व में आईआईएम इंदौर संकाय टीम में छह सदस्य शामिल हैं, जिनमें प्रोफेसर प्रशांत सलवान, प्रोफेसर श्रुति तिवारी, प्रोफेसर रैना छाजेर, प्रोफेसर वैजयंती अय्यर और प्रोफेसर अजीत फडनीस शामिल हैं । टीम ने मध्य प्रदेश के 39,000 स्कूल शिक्षकों का विस्तृत सर्वेक्षण किया । निष्कर्षों से पता चला कि मात्र 12 प्रतिशत पुरुष शिक्षक और 8 प्रतिशत महिला शिक्षक अपने सामान्य स्वास्थ्य की स्थिति से संतुष्ट थे, और 32 प्रतिशत पुरुष शिक्षकों और 30 प्रतिशत महिला शिक्षकों के अनुकूल मनोवैज्ञानिक व्यव्हार पाया गया । 35 प्रतिशत से अधिक पुरुष शिक्षक और 30 प्रतिशत महिला शिक्षक अपने काम से अत्यधिक संतुष्ट थे, जबकि 51 प्रतिशत पुरुष शिक्षक और 56 प्रतिशत महिला शिक्षक अपने समय का प्रबंधन करने में सक्षम थे ।
प्रशिक्षण मॉड्यूल में प्रत्येक 12 वीडियो (छह मॉड्यूल में से प्रत्येक में दो प्रत्येक) में सात मिनट शामिल हैं, और ये तीन प्रमुख बिन्दुओं पर केन्द्रित हैं - समय प्रबंधन, तनाव प्रबंधन और स्व-प्रबंधन । वीडियो से पहले और बाद में पढ़ने के लिए सामग्री भी उपलब्ध है । प्रत्येक वीडियो के बाद बहुविकल्प-आधारित प्रश्न (MCQs) हैं । एक बार MCQ राउंड उत्तीर्ण करने के बाद ही शिक्षक अगले मॉड्यूल पढ़ सकते हैं । इन सभी ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉड्यूलों में उत्तीर्ण होने वाले शिक्षकों को आईआईएम इंदौर प्रमाणित शिक्षक के रूप में प्रमाणित किया जाएगा ।