आईआईएम इंदौर अपने समुदाय के सदस्यों की देखभाल को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानता है। संस्थान पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा करने और परिसर के हरितीकरण में योगदान करने के लिए हर संभव पहल करने के लिए भी समर्पित है। इसी उद्देश्य के तहत आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय द्वारा 21 जून 2022 को परिसर में 'अनुनाद' ध्वनि उपवन का उद्घाटन किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 और विश्व संगीत दिवस के अवसर पर उद्घाटित इस उपवन का उद्देश्य सभी के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को प्रोत्साहित करना है। अनुनाद स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति एक नया प्रतिमान और समग्र दृष्टिकोण व्यक्त करता है।
उद्यान का उद्घाटन करते हुए प्रो. राय ने कहा कि ध्वनि और संगीत हमारे मस्तिष्क को शांत रखने और तनाव को दूर करने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी आध्यात्मिक यात्रा तीन कारकों पर निर्भर है - साहस, आत्म-निरिक्षण की क्षमता और स्थिर प्रज्ञता। 'अपने क्रोध पर काबू पाने के लिए आपको साहस की आवश्यकता होती है, क्योंकि साहसी लोग विनम्र भी हो सकते हैं। डरने वाले व्यक्ति ही अपना गुस्सा दूसरों पर निकालते हैं। अपने और अपने आस-पास के सभी लोगों के प्रति संवेदनशील रहें। अपने उद्देश्य की पहचान करें और खुद को बेहतर बनाने के तरीके खोजें। इससे हमें अपने संस्थान को समग्र रूप से मजबूत करने में मदद मिलेगी, क्योंकि व्यक्तिगत योगदान से समग्र प्रगति में इजाफा होगा। उन्होंने सभी को आत्म-संतुष्ट रहने और स्थिर प्रज्ञता का पालन करने की सलाह दी। 'कई बार, हम मानते हैं कि हमारे पास जो भी है, वह मात्र हमारा है। हालांकि, हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि जो आज हमारे पास है वह कल किसी और का था, और आने वाले कल में किसी अन्य का होगा। इस प्रकार, कड़ी मेहनत करें, समर्पित रहें और प्रतिबद्ध रहें, लेकिन याद रखें कि परिणाम के बजाय निष्काम कर्म करते हुए केवल अपने कर्तव्यों पर ध्यान दें', उन्होंने कहा।
12,000 वर्ग फुट में फैला यह उपवन कई रंगीन फूलों वाले पौधों और प्राकृतिक ध्वनि तरंगों का मिश्रण है। संगीतमय ध्वनि तरंगें उत्पन्न करने के लिए विंडचाइम्स को SVARAM इंस्टिट्यूट ऑफ़ म्यूज़िकल इंस्ट्रूमेंट्स एंड रिसर्च सेंटर ऑरोविले, तमिलनाडु से प्राप्त किया गया है। ये विशिष्ट विंड चाइम्स पर्यावरण में अपनी प्राकृतिक ध्वनियों के साथ एक शक्तिशाली ऊर्जा प्रवाह उत्पन्न करते हैं, जो पर्यावरण को सकारात्मक और खुशनुमा बनाते हैं। प्रकृति और ध्वनि का यह मंत्रमुग्ध कर देने वाला समामेलन हमारे मस्तिष्क को फिर से तरोताजा करने, तनाव दूर करने और सुंदर बगीचे में एकांत खोजने में सहायक है। यहाँ भिन्न प्रकार के गुलाब, रात रानी और चमेली के फूलों सहित लगभग 5000 पौधे हैं। यह उद्यान ध्यान, चिंतन, आत्मनिरीक्षण और प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेने के लिए आदर्श है।
आईआईएम इंदौर खाली जगहों को नया रूप देने और उन्हें सुंदर, हरी-भरी भूमि में बदलने के लिए प्रतिबद्ध रहा है, जो परिसर की हरियाली को बढ़ाते हैं। पिछले तीन वर्षों में, संस्थान में आध्यात्मिक उद्यान, ज़ेन गार्डन, जैविक उद्यान और संजीवनी - बागवानी प्रकोष्ठ की स्थापना हुई है।