आईआईएम इंदौर द्वारा 2011 में शुरू किया गया, प्रबंधन में पांच साल का एकीकृत कार्यक्रम (आईपीएम) भारत में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। यह प्रबंधकीय और नेतृत्व आकांक्षाओं वाले युवा विद्यार्थियों के लिए एक अद्वितीय और रचनात्मक कार्यक्रम है। आईपीएम के माध्यम से, आईआईएम इंदौर युवा छात्रों को आकर्षित कर, एक विश्व स्तरीय शिक्षा के माध्यम से उन्हें अद्वितीय नायकों में ढालना चाहता है।
आईपीएम उन छात्रों के लिये है जो भारत के किसी भी स्कूल से बारहवीं कक्षा/उच्चतर माध्यमिक या समकक्ष उत्तीर्ण कर चुके हैं ।
कार्यक्रम में 15 सत्र होते हैं जो 5 साल की अवधि में पूर्ण होते हैं, प्रत्येक साल 3 महीने के 3 सत्र होते हैं। आईपीएम दो भागों में है। पहले तीन वर्षों में नींव का निर्माण होता है, और अगले दो वर्षों में प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
मूलभूत भाग में तीन प्रमुख तत्व शामिल हैं:
- गणित, सांख्यिकी और अर्थशास्त्र पाठ्यक्रम में विश्लेषणात्मक दृढ़ता का निर्माण
- अर्थशास्त्र में पाठ्यक्रम के साथ-साथ मनोविज्ञान, समाजशास्त्र और राजनीति विज्ञान में पाठ्यक्रम, मुख्य विषयों की समझ प्रदान करते हैं जिन पर प्रबंधन का अध्ययन आधारित किया जाता है।
- विज्ञान, इंजीनियरिंग, मानविकी, साहित्य और ललित कला में पाठ्यक्रम, व्यापक विस्तार और परिप्रेक्ष्य प्रदान करते हैं।
विश्लेषणात्मक गहनता और व्यापक प्रदर्शन का एक संयोजन आईपीएम छात्रों को नेतृत्व की भूमिका निभाने और विभिन्न क्षेत्रों में जिम्मेदारी के पदों के लिए तैयार करता है।
मूलभूत विषयों के गहन अध्ययन के 3 साल बाद, आईपीएम छात्रों को संस्थान के दो-वर्षीय प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम के छात्रों (पीजीपी) के साथ प्रबंधक के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है जो वर्ष 4 और 5 में प्रबंधन अध्ययन के इसी पाठ्यक्रम पैकेज का अध्ययन करते हैं।
आईपीएम विद्यार्थियों को 3 साल के अंत में एक सामाजिक इंटर्नशिप और साल 4 और 5 के बीच में एक व्यापरिक इंटर्नशिप पूरा करना आवश्यक है। यह अनुभवात्मक अधिगम उन में नेतृत्व का गुण पैदा करता है और उनके प्रबंधकीय कौशल को परिष्कृत करता है।
पांच साल की गहन शैक्षिक अनुभव के सफल समापन पर, प्रतिभागियों को आईआईएम इंदौर से बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (फॉउण्डेशन्स ऑफ़ मैनेजमेंट ) एवं मास्टर्स ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (द्वि- उपाधि कार्यक्रम के तहत )से सम्मानित किया जाएगा।
पहले 3 वर्षों में पाठ्यक्रमों की पेशकश
गणित, सांख्यिकी, अर्थशास्त्र
- गणित और सांख्यिकी में फाउंडेशन कोर्स
- खेल का सिद्धांत
- अनुकूलन
- सांख्यिकी मॉडलिंग
- संख्यात्मक विश्लेषण
- समाकलन गणित
- माइक्रो और मैक्रो अर्थशास्त्र
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- पैसा, बैंकिंग और वित्त
- अर्थमिति
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, प्रबंधन की नींव
- समाजशास्त्र और मनोविज्ञान का परिचय
- भारत और विश्व राजनीति
- लोक प्रशासन
- अंतर्राष्ट्रीय संबंध
- व्यापार, सरकार और समाज
- व्यापार इतिहास
- प्रबंधन के सिद्धांत
अन्य
- मानविकी
- साहित्य
- भाषाएँ: अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन
- विज्ञान और इंजीनियरिंग मेंफाउंडेशन कोर्स
- संचार एवं प्रस्तुति कौशल
- , नृत्य, संगीत, नाटक
पीजीपी स्तर पर पाठ्यक्रमों की पेशकश
(पीजीपी पाठ्यक्रम की तरह ही)
- संचार
- अर्थशास्त्र
- वित्त लेखा
- मानविकी और सामाजिक विज्ञान
- सूचना प्रणाली
- विपणन
- ओबी एवं ऑफिस
- संचालन प्रबंधन और मात्रात्मक तकनीक
- रणनीति
- ग्रामीण जानकारी कार्यक्रम
- हिमालय आउटबाउंड कार्यक्रम
- उद्योग विजिट कार्यशाला
- अन्य वैकल्पिक कार्यशालाएं
फीस और आवास
पहले 3 साल के लिए ट्यूशन फीस निवासी भारतीयों के लिए प्रति वर्ष लगभग रुपये 4,00,000 / – और अनिवासी भारतीय (एनआरआई) और भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) के लिए 6,00,000 / – (रुपये छह लाख) देय होगी और अगले दो साल के लिए यह प्रचलित पीजीपी फीस के अनुसार होगी। ट्यूशन फीस में बोर्डिंग और लॉजिंग शुल्क शामिल नहीं है। पाठ्यक्रम शुल्क में रहने, व्याख्यान तक पहुंच, कंप्यूटर सुविधाओं और पुस्तकालय शामिल हैं। निवास पहले 3 साल के लिए एक साझेदारी के आधार पर व्यवस्थित किया जाएगा। एकल रूम आवास कार्यक्रम के चौथे और पांचवे साल में उपलब्ध कराया जाएगा।
इंटर्नशिप
आईआईएम इंदौर अपने छात्रों की विचार प्रक्रिया को आकार देने में एक संस्थान की भूमिका के प्रति हमेशा जागरूक रहा है और इसलिए, सामाजिक संवेदनशीलता को अपने आवासीय कार्यक्रम का एक मुख्य आधार बनाया है।
आईपीएम छात्रों को तीसरे वर्ष के अंत में एक सामाजिक इंटर्नशिप पूरा करना आवश्यक है।
सामाजिक इंटर्नशिप के अलावा, आईपीएम विद्यार्थी चौथे और पांचवे साल के बीच पीजीपी विद्यार्थियों के साथ एक व्यापारिक इंटर्नशिप करते हैं।
चयन प्रक्रिया
छात्रों को एक कड़ी चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है:
- पढ़ाई और सह पाठयक्रम गतिविधियों में छात्रों की प्रवीणता को अच्छी तरह से समझने के उद्देश्य से आकांक्षी से एक आवेदन फार्म भराया जाता है।
- इसके बाद अंग्रेजी और गणित, तार्किक ज्ञान में आवेदक की योग्यता और प्रवीणता परीक्षण करने के लिए एक प्रवेश परीक्षा होती है।
- चुने गए उम्मीदवार व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए आते हैं। साक्षात्कार से पूर्व प्रतिभागियों का लिखित योग्यता परीक्षण (वैट टेस्ट ) होता है। साक्षात्कार पैनल में आईआईएम इंदौर और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से योग्य प्रोफेसरों शामिल होते हैं। साक्षात्कार छात्रों के आत्मविश्वास, संचार कौशल, सामान्य जागरूकता, अनुनय कौशल और ज्ञान के स्तर को जांचता है।
आईआईएम इंदौर में हर साल आईपीएम में 120 छात्रों को प्रवेश दिया जाता है।
संकाय संसाधन
आईआईएम इंदौर में शैक्षणिक विषयों के योग्य शिक्षक हैं। आईपीएम छात्रों को निवासी और प्रख्यात विजिटिंग फैकल्टी, प्रसिद्ध कॉलेजों / संस्थानों के संसाधन व्यक्तियों और उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा पढ़ाया जाता है।
विद्यार्थी गतिविधियॉ
शैक्षिक कार्यक्रमों के अलावा, आईपीएम प्रतिभागियों को, उन में नेतृत्व के गुण और प्रबंधकीय कौशल विकसित करने के लिए, विभिन्न पाठ्येतर गतिविधियों की जानकारी दी जाती है। आईपीएम प्रतिभागियों ने कई क्लब/समितियों का गठन किया है जिनके माध्यम से वे अपने शैक्षणिक गतिविधियों को पूरा करते हैं।