आई एम इंदौर में ई पी जी पी पहल आइकॉन सी एक्स ओ अतिथि भाषण श्रृंखला के अंतर्गत ‘कौन? और क्यों? प्रश्न जो हम कभी नहीं पूछते!’ (‘द हू ? एंड द व्हाई? क्वेश्चन वी नेवर आस्क!’) विषय पर 20 जुलाई 2017 को वार्ता आयोजित की गई | डॉ अजोय कुमार, कंट्री हेड जे एस एस मेडिकल रिसर्च एवं पूर्व आई पी एस अधिकारी इस वार्ता के वक्ता थे |
प्रोफ़ेसर आशीष साध, अध्यक्ष, ई पी जी पी ने अतिथि का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों के वार्ता आयोजित करने के प्रयासों की सराहना की | इसके उपरांत डॉ अजोय कुमार का प्रेरणादायक उद्बोधन था | उन्होंने अपने आई पी एस अधिकारी के रूप में सेवाकाल के दौरान हुए अनुभवों से श्रोताओं का मनोरंजन किया |
डॉ अजोय कुमार ने सफलता की तीन प्रमुख दक्षताओं वित्तीय अनुशासन, उत्पादकता पागलपन (पारानोआ) एवं अनुभवजन्य सृजनात्मकता के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि ये मानव जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं | मानवीय व्यक्तित्व और भावनाओं के बारे में चर्चा करते हुए पांच रसायनों एंडोर्फिन, डोपामाइन, ऑक्सीटोसीन, सेरोटोनीन और कॉर्टिसोन का उल्ल्लेख किया |
जिज्ञासु होने एवं जानने व सीखने की इच्छा के विषय में चर्चा करते हुए डॉ कुमार ने कहा कि ‘आपको प्रत्येक के पीछे ‘क्यों’ जानना होगा | जब तक आपको अपने विषय के बारे में क्यों का ज्ञान नहीं होगा तब तक आप मध्यम दर्जे से ही काम करते रहेंगे|’
प्रभावी नेतृत्व क्षमता (लीडरशिप) के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह नेता (लीडर) का ही कर्तव्य है कि वह सुनिश्चित करे कि उसकी टीम सुरक्षित और आरामदायक स्थिति में है | गलतियाँ करते रहना नवाचार और वृद्धि का एक भाग है, परन्तु अपने गलतियों से सीखना भी महत्वपूर्ण है, कहते हुए उन्होंने अपनी वार्ता समाप्त की | अतिथि वार्ता प्रश्नोत्तर सत्र के साथ संपन्न हुई |