प्रबंध में स्नातकोत्तर कार्यक्रम आई आई एम इंदौर के मुम्बई परिसर में दिनांक 15 जुलाई 2017 को प्रेरण (इंडक्शन) कार्यक्रम आयोजित किया गया | श्री अभय प्रसाद होता, एम डी एवं सी ई ओ नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे | इस अवसर पर डॉ. अर्चना उपाध्याय, एचपीसीएल की मानव संसाधन प्रबंधक भी उपस्थित थीं |
समारोह का शुभारम्भ प्रोफ़ेसर ऋषिकेश टी कृष्णन, निदेशक भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर, प्रोफ़ेसर मीनाक्षी अग्रवाल गुप्ता अध्यक्ष पी जी पी-मुम्बई एवं प्रोफ़ेसर स्वतंत्र, सह-अध्यक्ष पी जी पी-मुम्बई एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ |
प्रोफ़ेसर कृष्णन ने छात्रों का स्वागत करते हुए छात्रों को कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया | उन्होंने औद्योगिक शहर मुम्बई में जीवंत रहने के फायदे के बारे में बताते हुए सलाह दी कि वे किस प्रकार इस स्थान का भरपूर लाभ उठा सकते हैं |
इसके उपरांत श्री होता का उद्बोधन था | उनकी वार्ता डिजिटल भुगतान के बढ़ते महत्व पर केन्द्रित रही, एवं हाल ही में हुई नोटबंदी के मद्दे नज़र नगद-रहित समाज के निर्माण में सरकार द्वारा की गयी पहलों पर उन्होंने प्रकाश डाला | उन्होंने देश के नगद-रहित समाज की परिदृष्टि के नज़रिए से एन पी सी आई के योगदान की अंतर्दृष्टि उपलब्ध कराई और प्रतिभागियों को शिक्षित करने के लिए अपनी उत्सुकता व्यक्त की |
प्रोफ़ेसर मीनाक्षी अग्रवाल गुप्ता ने प्रतिभागियों को कार्यक्रम, शिक्षाशास्त्र और पाठ्यक्रम की संरचना के बारे में जानकारी दी | प्रोफ़ेसर बिपुल कुमार, संकाय भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर द्वारा भी एक सत्र प्रकरण आधारित सीखने (केस बेस्ड लर्निंग) पर संचालित किया गया |
तदुपरांत प्रोफ़ेसर स्वतंत्र द्वारा प्रतिभागियों को लिंग संवेदनशीलता, साहित्यिक चोरी और रैगिंग विरोधी नियमों से अवगत कराया गया | श्री गोपाल सिंह जादौन, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष द्वारा पुस्तकालय सुविधा के बारे में जानकारी प्रदान की गई | प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों के मध्य परस्पर संवाद से दिन संपन्न हुआ |