देह, मन और आत्मा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से, आईआईएम इंदौर समुदाय ने 21 जून, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। कार्यक्रम का उद्घाटन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय ने किया।
प्रो. राय ने समुदाय के सदस्यों के साथ अष्टांग योग के महत्व को साझा किया। 'योग के 5 नियम हैं शौच (शारीरिक और आध्यात्मिक स्वच्छता), संतोष, तप (कड़ी मेहनत), स्वाध्याय (स्व-शिक्षा), और ईश्वर प्रणिधान (ब्रह्मांडीय चेतना से जुड़ना)', उन्होंने समझाया। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय (अचौर्य), अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य (ऊर्जा संरक्षण) नामक 5 नियमों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें ब्रह्मांड के साथ अपने संबंधों की पहचान करने की आवश्यकता है; तभी हम इस दुनिया की बेहतरी में अपना योगदान दे पाएंगे। उन्होंने कहा, 'आप अपने माता-पिता, भाई-बहन, सहकर्मियों आदि के साथ अपने संबंधों को समझते हैं। इसी तरह, जिस दिन आप वायु, जल, जमीन, पर्यावरण के साथ अपने जुड़ाव को समग्र रूप से समझेंगे, आप अपने जीवन के उद्देश्य की पहचान करने में सक्षम होंगे।'
योग सत्र का संचालन इंदौर के योग प्रशिक्षक श्री कुणाल अग्रवाल और सुश्री अंजलि जेठानी ने किया। उन्होंने आईआईएम इंदौर समुदाय के सदस्यों को विभिन्न आसन करने के लिए निर्देशित किया और उन्हें अपने जीवन में योग के महत्व को समझने में मदद की।