- उद्यमियों के लिए ग्लोबल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम की हुई शुरुआत
- पांच चरण के इस प्रोग्राम के दौरान प्रतिभागियों को आईआईएम इंदौर और यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो के परिसर में सीखने को मिलेगा
उद्यमी आर्थिक विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और विकसित और विकासशील दोनों देशों की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। विशेष रूप से फॅमिली बिज़नेस वाले उद्यमियों के सामने आने वाली अनूठी चुनौतियों को पहचानते हुए, भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) और एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो ने उद्यमियों के लिए वैश्विक नेतृत्व विकास कार्यक्रम (ग्लोबल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम) के शुभारंभ की घोषणा की है। यह सर्टिफिकेट कोर्स उद्यमियों को नवीनतम प्रबंधन प्रथाओं से लैस करने के लिए तैयार किया गया है। यह उन्हें वैश्विक विकास के अवसरों का लाभ उठाने और वैश्विक मानसिकता के साथ सामाजिक रूप से जिम्मेदार नेतृत्व विकसित करने में सक्षम बनाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सतत विकास और निरंतर बदलते परिदृश्य के अवसरों का लाभ उठाते हुए उद्यमियों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना है।
आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय ने एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो के साथ सहयोग और कार्यक्रम के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम उद्यमशीलता क्षमताओं के विकास और रणनीतियों की पहचान सहित विशिष्ट शिक्षण उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए संरचित है। 'आज के तेजी से विकसित हो रहे व्यावसायिक परिदृश्य में, उद्यमशीलता कौशल की आवश्यकता पहले से कई महत्वपूर्ण हो गयी है। उन्होंने कहा, 'यह पांच चरणों वाला पाठ्यक्रम उद्यमियों को आज के वैश्विक परिवेश में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए तैयार किया गया है।'
ये पाँच चरण प्रतिभागी के लिए एक सहज और व्यापक शिक्षण अनुभव सुनिश्चित करेंगे। कार्यक्रम आईआईएम इंदौर में पांच दिवसीय ऑन-कैंपस आवासीय सत्र के साथ शुरू होगा। इसके बाद दूसरे और चौथे चरण में आईआईएम इंदौर और यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो द्वारा संयुक्त रूप से तीन महीने की ऑनलाइन लाइव कक्षाएं होंगी। तीसरे चरण में यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो में पांच दिवसीय कक्षाएं शामिल हैं, जो प्रतिभागियों को यूके की फैकल्टी और उद्यमियों से अमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करने पर केन्द्रित होंगी। अंत में, पांचवें चरण में, प्रतिभागी आईआईएम इंदौर में तीन दिनों के सत्रों के साथ यह पाठ्यक्रम समाप्त करेंगे।
'पूरे कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों को आईआईएम इंदौर और यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो – दोनों के नेटवर्क के माध्यम से उद्यमियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा, जिससे सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा। यह उद्यमियों को आज के प्रतिस्पर्धी व्यावसायिक परिदृश्य में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम दर्शाता है', प्रो. राय ने कहा।
एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल की प्रमुख प्रो. एलेनोर शॉ ने भी इस सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, 'दोनों संस्थानों के फैकल्टी ने फॅमिली बिज़नेस वाले उद्यमियों और उनकी चुनौतियों पर शोध किया था। यह एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम हमारे संस्थानों के मजबूत संबंधों को और भी मजबूत करता है, क्योंकि इसका पाठ्यक्रम शोध के परिणामों के आधार पर तैयार किया गया है।' उन्होंने पुष्टि की कि यह कार्यक्रम भारत में उद्यमशीलता के विकास और वृद्धि का समर्थन करने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और कौशल तक पहुंच प्रदान करेगा।
एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल के उप प्रमुख, हेड ऑफ़ डेवलपमेंट प्रो. रॉबी पैटन ने कहा कि यह कार्यक्रम युवा और महत्वाकांक्षी उद्यमियों को लक्षित करता है जो अपने या अपने पारिवारिक व्यवसाय को एक क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर तक पहुँचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'यह दोनों संस्थानों की विशेषताओं पर आधारित है; और नेतृत्व, नवाचार, डिजिटलीकरण और आकर्षक विकास रणनीतियों पर केंद्रित है।' उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि दोनों संस्थान अनुसंधान और शिक्षण में कई वर्षों से सहयोग कर रहे हैं।
एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल की रिसर्च डायरेक्टर प्रो. नूरन एक्यूर ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को अद्वितीय गतिशीलता को समझने में मदद करने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और वास्तविक दुनिया के उदाहरण प्रदान करने के लिए नवाचार, रणनीति, नेतृत्व और डिजिटल परिवर्तन के संदर्भ में नवीनतम शोध पर आधारित है। यह उद्यमियों और पारिवारिक व्यवसायों के सामने आने वाली चुनौतियाँ, और निरंतर विकास और सफलता के लिए उन्हें प्रभावी ढंग से कैसे प्रबंधित किया जाए – यह भी शामिल करता है।
इस पाठ्यक्रम के दौरान प्रतिभागी कांसेप्ट लर्निंग, केस स्टडी, व्यावहारिक गतिविधियाँ और वास्तविक दुनिया के उदाहरण के ज़रिए पढेंगे। कार्यक्रम की कार्यप्रणाली व्यवसाय परिवर्तन के लिए व्यावहारिक तरीकों पर जोर देती है। इससे प्रतिभागियों को तीन-वर्षीय व्यवसाय योजना के निर्माण में मदद मिलेगी।
आईआईएम इंदौर के बारे में
वर्ष 1996 में स्थापित, आईआईएम इंदौर EQUIS, AACSB और AMBA से मान्यता के साथ ट्रिपल क्राउन प्राप्त करने वाले 100 वैश्विक बिजनेस स्कूलों (और देश का दूसरा आईआईएम) में से एक है। आईआईएम इंदौर को एनआईआरएफ, क्यूएस और एफटी-100 रैंकिंग सहित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग एजेंसियों द्वारा लगातार शीर्ष पर स्थान दिया गया है। संस्थान कई दीर्घकालिक और अल्पकालिक पाठ्यक्रमों सहित कार्यकारी शिक्षा के विविध अवसर प्रदान करता है। यूएई, जीसीसी और मध्य पूर्व के लिए तैयार किए गए विशेष पाठ्यक्रमों सहित 200+ कार्यकारी कार्यक्रमों के साथ, आईआईएम इंदौर विश्व स्तर पर प्रासंगिक कौशल और विशेषज्ञता वाले पेशेवरों को सशक्त बनाता है। वर्तमान में, आईआईएम इंदौर एनआईआरएफ रैंकिंग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार की पहल) में 8वें स्थान पर है, एफटी-100 रैंकिंग में 79वें (भारत में चौथा, आईआईएम में तीसरा) और क्यूएस वर्ल्ड में वैश्विक एमबीए के लिए 25वां रैंक (एशिया) पर है (151+ विश्व रैंकिंग, भारत में 5वां, आईआईएम में चौथा) है।
एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो के बारे में
वर्ष 1451 में स्थापित, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो विश्व स्तर पर चौथी सबसे पुरानी अंग्रेजी भाषी यूनिवर्सिटी है, जो क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग में लगातार शीर्ष 100 में स्थान पर रही है। प्रसिद्ध पूर्व छात्र एडम स्मिथ के नाम पर स्थापित, एडम स्मिथ बिजनेस स्कूल को AACSB, EQUIS और AMBA से प्रतिष्ठित ट्रिपल-क्राउन मान्यता प्राप्त है। यह संस्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है और शीर्ष रैंकिंग में शामिल है, जिसमें मास्टर इन फाइनेंस (फाइनेंशियल टाइम्स, 2023) के लिए विश्व स्तर पर 49वां, इंटरनेशनल स्ट्रैटेजिक मार्केटिंग में मास्टर्स के लिए 48वां (क्यूएस, 2023), और मास्टर ऑफ ग्लोबल बिजनेस के लिए 23वां स्थान (क्यूएस इंटरनेशनल ट्रेड रैंकिंग, 2023) शामिल है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित, इसका लेखांकन और वित्त यूके में चौथे स्थान पर है (कम्पलीट यूनिवर्सिटी गाइड 2024)।