आईआईएम इंदौर ने 26 जनवरी 2021 को देशभक्ति और उत्साह के साथ 72वां गणतंत्र दिवस मनाया ।
समारोह की शुरुआत आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमाँशु राय द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्र गान के साथ हुई । इस मौके पर कर्नल गुरुराज गोपीनाथ पामिडी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, आईआईएम इंदौर और आईआईएम इंदौर समुदाय के कुछ सदस्य सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए उपस्थित रहे । अन्य सम्पूर्ण सदस्य ऑनलाइन मोड के जरिए कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए, प्रोफेसर राय ने ‘C.A.R.E.’ यानि Character, Accountability, Responsibility और Excellence (चरित्र, जवाबदेही, जिम्मेदारी और उत्कृष्टता) पर अपने विचार व्यक्त किए । उन्होंने कहा, ‘जब कोई आपको देख न रहा हो, तब भी अग आप सही कार्य करें, तो वही अच्छा ‘चरित्र’ कहलाता है ।‘ उन्होंने कहा कि संस्थान अपने सभी छात्र-छात्राओं के प्रति ‘जवाबदेह’ है, और यह सुनिश्चित करता है कि उन्हें विश्व स्तर के शैक्षणिक मानक और सही मूल्य मिलें । संस्थान अपने कर्मचारियों की सही देखभाल सुनिश्चित करने के लिए भी जवाबदार है और साथ ही, इस सम्पूर्ण विश्व के प्रति जवाबदेह है, और यह सुनिश्चित करता है कि आईआईएम इंदौर के छात्रों की डिग्री उनकी अखंडता का प्रतीक रहे । ‘जब ये तीन गुण मिल जाते हैं, तो ये हमें 'उत्कृष्टता' की ओर ले जाते हैं’, उन्होंने कहा ।
स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश और 42वें संवैधानिक संशोधन का हवाला देते हुए, प्रोफेसर राय ने नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों पर चर्चा की - जैसे राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करना, समानता और भाईचारे को बढ़ावा देना; और महिलाओं के सम्मान के खिलाफ जाने वाली प्रथाओं को दूर करना । महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘सभी सम्मान के हकदार हैं । हालाँकि, कई ऐतिहासिक गलतियाँ हैं जहाँ समाज के कुछ वर्गों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता रहा है । इस गलती को सुधारना हमारा कर्तव्य है', उन्होंने कहा । जब कोई एक पुरुष को सशक्त बनाता है, तो मात्र वह पुरुष सशक्त होता है; लेकिन जब कोई एक महिला को सशक्त बनाता है, तो उस महिला का पूरा परिवार सशक्त होता है ।
संस्थान के वार्षिक सांस्कृतिक और प्रबंधन उत्सव आईरिस के 18000 से अधिक सैनिटरी पैड वितरित करने के राष्ट्रीय रिकॉर्ड का उल्लेख करते हुए, प्रोफेसर राय ने मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में वर्जना को तोड़ने के बारे में बात की । इसके विस्तार में, उन्होंने घोषणा की कि संस्थागत सामाजिक जिम्मेदारी के तहत, संस्थान में काम करने वाली सभी महिलाएं तब तक नि:शुल्क सेनेटरी पैड प्राप्त कर सकेंगी, जब तक वे संस्थान के लिए काम कर रही हैं । यह स्वागत योग्य घोषणा संस्थान की इस सामाजिक वर्जना के समाधान की दिशा में एक पहल है ।
इस मौके पर आईआईएम इंदौर के कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान और विभिन्न चुनौतियों से भरे पूरे वर्ष में भी असाधारण कार्य सफलतापूर्वक किए ।
आईआईएम इंदौर समुदाय के सदस्यों ने इस अवसर पर विभिन्न देशभक्ति गीतों पर अपने गीत, नृत्य और कविता की प्रस्तुति के वीडियो साझा किए । ये वीडियो डिजिटल गणतंत्र दिवस समारोह के रूप में सोशल मीडिया पर साझा किए गए ।